गाँव रेडूवास के पूर्वज करीब 300 साल पहले बाँस(जिंद) से आए थे| बाँस से दो भाई आए थे| एक ने रेडूवास बसाया तथा दूसरे ने निवादा| करीब 100 साल पहले जन्मे दूली चन्द्र पुत्र श्री तरखा राम ने स्माज के हित के लिए काफ़ी कार्य किए| उनकी याद मे गाँव वालो ने उनके अंतिम संस्कार के स्थान पर उनकी स्माधि बनाई|पूरगाँव उनकी स्माधि पर जोत जलाते है|